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रिपोर्टिंग करने गई महिला पत्रकार के साथ रोजगार सहायक संघ ने किया बदसलूकी

सारंगढ़ बिलाईगढ़:- जिले में अपने प्रदर्शन के दौरान रोजगार सहायक संघ के द्वारा सारंगढ़ जिला कलेक्ट्रेट में ज्ञापन सौंपने आए जिसमें सैकड़ों की तादाद में भीड़ इकट्ठा रही और प्रदर्शन इतना शांतिपूर्ण नारेबाजी के साथ कलेक्ट्रेट तक आई और कलेक्ट्रेट में आकर रोजगार सहायक संघ के द्वारा नारे लगाए गए जहां रिपोर्टिंग करने आए हुए सारंगढ़ की एकमात्र महिला पत्रकार के साथ बदसलूकी और दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है जिसमें उन्हें समाचार कवरेज करने से रोका गया और साथ ही समाचार अथवा कोई भी खबर बनाने नहीं दिया गया। महिला पत्रकार रजनी जोल्हे द्वारा बताए गए संदर्भों से यह पता चला है कि रोजगार सहायक संघ के द्वारा नियमितीकरण को लेकर और साथ ही…को लेकर धरना प्रदर्शन किया जा रहा था जिसमें उन लोगों को सारंगढ़ बिलाईगढ़ कलेक्टर को ज्ञापन सौंपना था जिनके कवरेज के लिए खबर बनाने आई हुई पत्रकार के साथ इस तरह का दुर्व्यवहार किया गया

जिसमें समाचार और पत्राचार के लिए खबरों का कवरेज करने आए हुए सारंगढ़ की एकमात्र महिला पत्रकार रजनी जोल्हे को समस्त रोजगार सहायक संघ के लोगों अथवा कार्यकर्ताओं के द्वारा घेरकर उनके साथ अभद्र कृत्य किया गया। तथा महिला पत्रकार के साथ इस प्रकार की दुर्व्यवहार, उसके साथ छीना झपटी करना तथा उसके हाथों से मोबाइल छीन लेना और स्कूटी की चाबी छीन लेना तथा उसके मोबाइल के पर्सनल और खींचे हुए बहुत सारे एविडेंस को तथा कवरेज किए हुए सारे वीडियो को जबरदस्ती डिलीट कर दिया गया। यह घटना अशोभनीय तथा अत्यंत निंदनीय  है तथा यह किसी प्रकार से सही नहीं ठहराया जा सकता।

महिला पत्रकार रजनी जोल्हे द्वारा बताया गया कि उनके साथ में यह दुर्व्यवहार किसी एक विषय को लेकर सवाल पूछे जाने पर समस्त रोजगार सहायक और कार्यकर्ताओं के द्वारा उनका उचित जवाब ना देने पाने के कारण उनको घेर लिया गया तथा इसी दौरान समस्त कार्यकर्ताओं ने महिला पत्रकार रजनी जोल्हे की दोनों हाथों को पकड़ लिया गया और उनके बाल को भी पीछे से पकड़ लिया गया, समस्त कार्यकर्ताओं की इतनी सारी भीड़ को देखकर असहज महसूस करती हुई वह डर गईं और जबरजस्ती उनके हाथों से उनके मोबाइल और स्कूटी की चाबी को भी समस्त रोजगार सहायकों द्वारा छीना झपटी कर कब्जे में ले लिया गया तथा बहुत सारे फोटोस और वीडियोस को भी डिलीट किया गया है तथा वहीं कलेक्ट्रेट के ग्राउंड के अंदर बहुत सारे तादाद में पुलिस बल मौजूद थी, जो कि किसी भी प्रकार की इमरजेंसी और अचानक से हो जाने वाली घटनाओं के लिए पहले से ही तैनात होती है अथवा की जाती है उनके उपस्थिति में यह सब कुछ हुआ है और पुलिस बल द्वारा महिला पत्रकार को किसी प्रकार की कोई सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। तथा हाथ पैर बाँध कर पुलिस भी वहीं खड़ी होकर यह तमाशा देखती रही और कुछ भी किसी प्रकार की कोई सहायता नहीं की गई।

वहीं इस घटना में बताया जा रहा है कि वहां और भी बहुत सारे पत्रकार मौजूद थे। जो वहां कवरेज के लिए तथा खबरों के लिए वहां पहुंचे थे किंतु वह लोग भी इस भीड़ और लोगों के साथ असहाय थे इसलिए दूर में खड़े हुए थे तथा यह बताया भी जा रहा है कि उन्होंने इस तरह से होते हुए घटना को मुख दर्शक ही देखते रहे तथा अपने साथी महिला पत्रकार को किसी भी प्रकार की सुरक्षा या सहायता के लिए किसी भी प्रकार की पहल नहीं की गई। यह बात भी पत्रकारों के लिए बहुत शर्मनाक और अशोभनीय है। तथा महिला पत्रकार इतनी डर गई थीं कि उनको जैसे ही उनका मोबाइल मिला, तो वह डर से वहां से जान बचाकर भागने को विवश हो गई। तथा पत्रकार के इस प्रकार निष्पक्षता से और पूर्ण निष्ठा और ईमानदारी से की गई पत्रकारिता का  समाज पर यह सवाल उठाना लाजमी है कि इस प्रकार का दुर्व्यवहार करने के लिए कोई भी व्यक्ति अथवा समाज का कोई भी वर्ग ऐसा कैसे कर सकता है!! कि एक महिला पत्रकार को कवरेज के दौरान इतना डर लगा! कि उसे वहां से जान बचाकर भागना पड़ा और यह घटना कहीं अन्यत्र कि नहीं बल्कि सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला की कलेक्ट्रेट में हुई घटना है जिसमें मौके पर पुलिस बल बहुत तादाद में इकट्ठा थी।

आखिर रोजगार सहायक संघ द्वारा क्यों घेरामहिला पत्रकार को?

सारंगढ़ की एकमात्र महिला पत्रकार के द्वारा उनके ज्ञापन सौंपने आए हुए कारणों को पूछते हुए सिर्फ एक अन्यत्र सवाल पूछ लिया गया जिसके कारण समस्त रोजगार सहायक संघ को इतना गुस्सा आ गया की उन्हें यहां प्रश्न हजम ही नहीं हो पाई..और सवाल के जवाब के प्रत्युत्तर में उन्हें कुछ और नहीं सूझा तो टूट पड़ी अकेली महिला पत्रकार के ऊपर समस्त रोजगार सहायक कार्यकर्ताओं का हुजूम।

आखिर कौन सा सवाल पूछ लिया महिला पत्रकार ने  जो उनके साथ यह अशोभनीय कृत्य समस्त रोजगार सहायक कार्यकर्ताओं ने किया?

अन्य दिनों की तरह सामान्यता खबर कवरेज के लिए निकली हुई सारंगढ़ की एकमात्र महिला पत्रकार रजनी जोल्हे और उनके पति के द्वारा सारंगढ़ के कलेक्ट्रेट में समस्त रोजगार सहायक संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा किए जा रहे इस तरह के आंदोलन अथवा प्रदर्शन के लिए कारण पूछा गया और कलेक्टर को दिए हुए ज्ञापन के संबंध में सवाल किया गया वही नई उभरती हुई महिला पत्रकार रजनी जोल्हे ने समस्त कार्यकर्ताओं के बीच जवाब दे रही महिला को उनके कार्यकाल का एक ऐसा सवाल पूछ दिया गया जिसके कारण जवाब दे रही महिला कार्यकर्ता तो उस सवाल का जवाब ना दे पाए अपितु पूरी भीड़ के साथ यह सवाल सुनते ही उन पर आक्रोशित होकर पूरी भीड़ ने महिला पत्रकार और उनके पति जो कि वहां कवरेज के लिए पहुंचे हुए थे उन्हें घेर लिया गया इस प्रदर्शन में जवाब दे रही रोजगार सहायक महिला कार्यकर्ता को केवल यही प्रश्न पूछा गया की रोजगार सहायकों द्वारा मृत व्यक्तियों का फर्जी मस्टररोल जनरेट कर दिया जाता है तथा अन्य सरकारी कामों पर भी उनके ऊपर पेमेंट किया जाता है इस बारे में आपका क्या कहना है?
तब इसके जवाब के प्रत्युत्तर में यह कहा गया कि या गलत है आपके पास कोई सबूत है क्या तो उनके प्रत्युत्तर में महिला पत्रकार द्वारा कहा गया कि उनके पास बहुत सारी ऐसी घटनाओं की सूचियां भी हैं जहां पर आप लोगों ने फर्जी मस्टररोल जनरेट किया है तब इस पर कोई जवाब तो नहीं दिया गया किंतु महिला पत्रकार और उसके साथी उसके पति जो की कवरेज में साथ देने के लिए आए हुए थे उन दोनों को घेर कर उनके हाथों से मोबाइल छीना गया और उसमें बहुत सारे दस्तावेजों को डिलीट कर दिया गया और कवरेज के दौरान  के भी बहुत सारे फोटोस और वीडियो को डिलीट किया गया, साथ ही साथ उनके वाहनों की चाबी भी रोजगार सहायक कार्यकर्ताओं द्वारा छीन कर अपने कब्जे में ले लिया गया किंतु इस पर किसी भी प्रकार की किसी अधिकारी ने टीका टिप्पणी अभी तक नहीं की।       

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