♦इस खबर को आगे शेयर जरूर करें ♦

मासूम बच्ची को मारपीट कर घंटो बाथरूम में बंद कर देती थी शिक्षिका ▪️महिला बाल विकास अधिकारी और खरसिया पुलिस ने रेस्क्यू बच्ची को निकाला बाहर

 

रायगढ़। खरसिया क्षेत्र से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आयी है, जहां 5 साल की मासूम बच्ची के साथ कई महीनों से मारपीट कर उसे घंटो तक अकेले बाथरूम में बंद कर दिया जाता था। ऐसी हैवानियत करने वाली एक शासकीय शिक्षिका है। घटना की जानकारी मिलने के बाद महिला बाल विकास अधिकारी और खरसिया पुलिस की टीम ने रेस्क्यू कर बच्ची को बाथरूम से बाहर निकाला है और उसे अपने संरक्षण में लिया है।

मिली जानकारी के अनुसार खरसिया के सिंचाई कॉलोनी में रहने वाली एक शासकीय शिक्षिका द्वारा मासूम गरीब बच्ची को बुरी तरह प्रताड़ित किया जा रहा था और उसे खाने को न देते हुए बाथरूम में कई-कई दिनों तक बंद कर दिया जाता था। इसकी सूचना कॉलोनीवासियों द्वारा पत्रकार जगदीश मित्तल को दी गई, उनके द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल महिला बाल विकास अधिकारी, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस एवं चौकी प्रभारी को दी गई।

अधिकारियों द्वारा कार्यवाही करते हुए शिक्षिका आशा अग्रवाल के घर में दबिश दी गई, जहां मासूम बच्ची बाथरूम में बंद मिली। जिसकी बाहर से कुंडी लगी हुई थी। बाथरूम से जब बच्ची निकाली गई, तो उपस्थित पुलिस अधिकारियों, महिला बाल विकास अधिकारी और पत्रकारों के भी आंखों से आंसू आ गए। उन्होंने अपने जीवन में ऐसा दृश्य कभी नहीं देखा था। महिला बाल विकास अधिकारी ने बताया कि बच्ची डरी हुई है और भूखी भी है। हो सकता है इसके साथ मारपीट भी की गई है। रायगढ़ से जिला बाल विकास अधिकारियों की टीम आ रही है और बच्ची को अपने संरक्षण में रायगढ़ लेकर जाएंगे।

वहीं खरसिया चौकी प्रभारी ने कहा कि बच्ची को सुरक्षित बाहर निकाला गया है। महिला बाल विकास के उच्च अधिकारी भी इस पूरे मामले की जांच करेंगे। जब टीम ने छापामार कार्रवाई की तो ये महिला बच्ची को बाथरूम में बंद कर मंदिर को गई हुई थी। उसका पति को ट्रांसपोर्टर है।

आस पड़ोस के लोगों ने बताया कि पिछले कई हफ्तों से ये ऐसी हरकत करती है। पुलिस ने बताया कि उन्हे जानकारी मिली है कि जब भी महिला घर से बाहर जाती, तो बच्ची को बाथरूम में बंद कर देती थी। पुलिस के अनुसार महिला और बच्ची से लिए गये बयान में महिला का बयान जंच नहीं रहा। बताया जा रहा है कि घर पर एक नौकर भी है, जो बच्ची को संभालता है। फिलहाल इस पूरे मामले की जांच की जा रही है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें

Please Share This News By Pressing Whatsapp Button




स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे


जवाब जरूर दे 

आप अपने सहर के वर्तमान बिधायक के कार्यों से कितना संतुष्ट है ?

View Results

Loading ... Loading ...


Related Articles

Close
Close
Website Design By Bootalpha.com +91 84482 65129