महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक का बड़ा आरोप-मोदी द्वारा आयोजित ‘नमस्ते ट्रंप’ के चक्कर में फैला कोरोना
विपक्ष पर कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान प्रवासियों को डराकर मुंबई छोड़ने के लिए ‘‘उकसाने” का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आरोप के एक दिन बाद, महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने मंगलवार को पलटवार करते हुए दावा किया कि मोदी की ओर से आयोजित ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के कारण देश में कोरोना वायरस वैश्विक महामारी फैली। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप फरवरी 2020 में भारत आए थे और उन्होंने ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के तहत अहमदाबाद के एक स्टेडियम में एक जनसभा को संबोधित भी किया था। मोदी ने सोमवार को लोकसभा में आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान ‘‘सभी हदें पार कर दीं।”
उन्होंने पार्टी पर श्रमिकों को उकसाने और डराने का आरोप लगाया और दावा किया कि इसके कारण प्रवासी श्रमिक मुंबई छोड़कर अपने मूल स्थान गए। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रवक्ता मलिक ने मंगलवार को कहा, ‘‘जब महाराष्ट्र सरकार अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध की मांग कर रही थी, आपके (प्रधानमंत्री मोदी के) अपने स्वास्थ्य मंत्री (डॉ. हर्षवर्धन उस समय) जोर देकर कह रहे थे कि कोरोना वायरस संक्रमण नहीं फैलेगा।” उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘मोदी ने ‘नमस्ते ट्रंप’ कार्यक्रम के लिए दुनियाभर के लोगों को भारत आमंत्रित किया और इसके कारण देश के सभी हिस्सों में कोरोना वायरस संक्रमण फैला।” मलिक ने दावा किया, ‘‘देश में कोरोना वायरस फैलने के लिए प्रधानमंत्री मोदी जिम्मेदार हैं।” महाराष्ट्र में इस समय शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा का गठबंधन सत्ता में है।
उन्होंने कहा, ‘‘आपने (मोदी ने) कहा कि हमने प्रवासियों को टिकट के लिए पैसे दिया। यह सच है, लेकिन आपने विशेष ट्रेनों का प्रबंध किया और हमने टिकट के लिए भुगतान किया। हमने ट्रेन के टिकटों की कीमत का भुगतान किया, क्योंकि आप प्रवासी श्रमिकों एवं कर्मियों से धन एकत्र करना चाहते थे।” राकांपा नेता ने कहा, ‘‘जब प्रवासी श्रमिक पैदल चलकर अपने मूल स्थानों पर जा रहे थे, तो उत्तर प्रदेश सरकार ने कर्मियों को घर पहुंचने में मदद करने के लिए पहली बार बसों का प्रबंध किया था। बिहार सरकार ने भी यही किया था। जब लॉकडाउन लागू किया गया, तो आपने लोगों से थालियां बजाने को कहा।” उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी ने ‘‘फैसले पर सोचे बिना, या उसके परिणाम पर विचार किए बिना लॉकडाउन की घोषणा कर दी। इस प्रकार के फैसले के कारण करोड़ों लोग प्रभावित हुए।” मलिक ने कहा, ‘‘महाराष्ट्र सरकार ने भोजन, पानी दिया और उनके (प्रवासियों भारतीयों के) लिए टिकट का प्रबंध किया। आपने ट्रेन सेवा मुफ्त में मुहैया नहीं कराई।” मंत्री ने कहा, ‘‘हमने प्रवासी श्रमिकों के लिए विशेष बस सेवा का संचालन भी किया, ताकि वे अपने मूल स्थान लौट सकें। हम प्रवासी कर्मियों के साथ खड़े रहे।”
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें
Please Share This News By Pressing Whatsapp Button