भाजपा नौटंकी बंद करे और विधानसभा में अपनी बात रखें-डोटासरा
जयपुर । रीट मामले पर विपक्ष के लगातार हमलावर होने और अलवर प्रकरण पर विपक्ष की घेराबंदी को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने पलटवार किया। पीसीसी में मीडिया से बात करते हुए डोटासरा ने कहा कि भाजपा को नौटंकी बंद करनी चाहिए। विधानसभा 9 तारीख से शुरु हो रही है, उसके लिए भाजपा को तैयारी करनी चाहिए। जिसके खिलाफ जो बात करनी हो उसे विधानसभा का मंच खुला पड़ा है, अगर व्यक्तिगत आरोप लगाने हैं तो विधानसभा में नियम और प्रक्रिया के तहत कानून बनाए हुए हैं। नोटिस दें और आरोप लगाए इसमें कोई दिक्कत नहीं है, लेकिन यह नौटंकी बंद करें भाजपा और युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करना बंद करे। पहले दिन गुलाबचंद कटारिया कहते हैं कि एसओजी सही कर रही है और दूसरे दिन दिल्ली से फोन आता है तो उनके सुर बदल जाते हैं।
डोटसरा ने कहा कि राजस्थान की सरकार ने जो फैसला लिया, हम सब ने कहा कि तह तक जाना चाहिए भविष्य में इस तरीके से कोई खिलवाड़ नहीं हो। पारदर्शिता के साथ एग्जाम हो। यह भाजपा की सोच नहीं थी यह हमारी सोच है राजस्थान की विधानसभा में हम चर्चा करवा देंगे। हम खुद आगे होकर यह कहेंगे मुख्यमंत्री से और विधानसभा अध्यक्ष से, कि इस विषय पर ही नहीं बल्कि अलवर के मुद्दे पर भी अगर चर्चा करवाना चाहें तो चर्चा करवाएं। हम मना नहीं कर रहे, इनको केवल नौटंकी करनी है। यह नौटंकी के बादशाह हैं। आरोप लगाने से कोई फायदा नहीं होने वाला है। इससे युवाओं को भ्रमित करने के अलावा यह कुछ नहीं कर रहे हैं। राजस्थान की साख खराब करने के अलावा कुछ नहीं कर रहे हैं, अगर एसओजी की जांच के बाद में कोई तथ्य छूट जाए तो इनका धर्म बनता है कि इनके पास जो बात हो उसे कहें। हम सुनने को तैयार हैं। राजस्थान की विधानसभा में जितनी चाहे उतनी चर्चा करवाने को विधानसभा में तैयार हैं। रोजाना कभी कोई क्या सुर बदलता है कभी कोई सुर बदलता है। इससे राजस्थान के युवाओं का भला होने वाला नहीं है। युवाओं का भला तभी होगा जब सही तरीके से एग्जाम हो सही तरीके से भर्ती हो। भविष्य में कड़ा कानून बने इस तरीके के पेपर लिखी या चोरी वाले की बात नहीं हो। इमानदारी से मेहनत कर रहे बच्चों को नौकरी मिले। कितना समय शेष रहा है, इन बच्चों को नौकरी भी देनी है। यह राजस्थान सरकार की प्राथमिकता में है। इमानदारी से एग्जाम कराना सरकार की प्राथमिकता में है, अगर राजस्थान की सरकार नहीं नहीं चाहती या मुख्यमंत्री नहीं चाहते तो क्या एसओजी वाले स्ट्रांग रूम तक जा पाते कि कहां से पेपर चोरी हुआ मंशा पर शक करने का कोई कारण नहीं है। इनके पास और अब तो विधानसभा आ रही है इनको यह नौटंकी कर रहे हैं सवा 3 साल से अब क्योंकि चुनाव नजदीक आ गए हैं, इनको विधानसभा की तैयारी करनी चाहिए।
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