छत्तीसगढ़ के इस सुदूर ग्राम पंचायत ने कैसे हासिल किया शत-प्रतिशत टीकाकरण,जानने के लिए देखे यह रिपोर्ट
दंतेवाड़ा ! शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण कराकर स्वर्णिम इतिहास रचा आदिवासी बहुल ग्राम पंचायत रेंगानार छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले का एक छोटा सा ग्राम पंचायत रेंगानार राज्य का पहला ऐसा ग्राम पंचायत बन गया है, जहां शत प्रतिशत वयस्क अर्थात् 18 प्लस और 45 प्लस की आबादी का टीकाकरण हो गया है। इस पंचायत ने अपना नाम स्वर्णिम अक्षरों में अंकित किया है। अधिकारियों ने कड़ी मेहनत करने वाले स्वास्थ्य कर्मियों, कोरोना जागरुकता दल को श्रेय दिया जिनके प्रयासों से टीके की हिचकिचाहट के बावजूद पूरे पंचायत में 294 लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य हासिल किया जा सका।छत्तीसगढ़ का बस्तर संभाग आदिवासियों का गढ़ है जो कुल आबादी का लगभग 70 प्रतिशत है। यहाँ के जनजातीय समुदायों की रहने की स्थिति असमान है, और कुछ दूसरों की तुलना में बेहतर ढंग से जुड़े और सुसज्जित हैं। दंतेवाड़ा के आदिवासी बहुल ग्राम पंचायत रेंगानार ने कोरोना संक्रमण से बचने का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया है, जिससे ग्राम पंचायत रेंगानार प्रदेश की पहली ऐसी ग्राम पंचायत बन गई है, जहाँ 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों को कोविड-19 की वैक्सीन का प्रथम डोज शत-प्रतिशत लग चुका है। दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 20 किलोमीटर नकुलनार रोड पर स्थित ग्राम पंचायत रेंगानार के वोटर 310 है, जिसमें से पात्र 294 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है।
दंतेवाड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. जी.सी.शर्मा एवं सिविल सर्जन डॉ. संजय कुमार बघेल ने कहा, ग्राम पंचायत में सभी के पास इंटरनेट उपलब्ध नहीं है। इसलिए यहां के निवासियों का टीकाकरण करना संभव नहीं था, जैसा कि शहरी क्षेत्रों में लोग करते हैं। फिर भी ग्रामीणों ने उत्साह के साथ टीकाकरण करवाया। जिला प्रशासन द्वारा ग्राम पंचायत रेंगानार के ग्रामीणों के लिए कुआकोण्डा में प्रारंभ में कई टीकाकरण-सत्र आयोजित किये गए लेकिन वहाँ के व्यक्ति असमजंस्य की स्थिति में थे। वे टीकाकरण नहीं करा पा रहे थे। ग्रामीणों के इस असमंजस को दूर करने का बीड़ा उठाया ग्राम रेंगानार के सरपंच श्रीमती सनमति तेलामी, और स्थानीय कोरोना जागरूकता दल ने। इन सबने जिला प्रशासन के साथ आत्म-मंथन कर उन कारणों को जाना जिसके कारण रेंगानार के लोग टीकाकरण नहीं करा रहे थे। उनकी मनोस्थिति को समझते हुए घर-घर दस्तक देकर टीकाकरण के फायदे बताकर मिशन की तरह कार्य कर सभी को वैक्सीन लगवाने के लिए राजी किया गया। रेंगानार पंचायत की जागरूकता टीम के सदस्य संतराम ने कहा कि वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट है, लेकिन काउंसलिंग के बाद कई लोगों ने हामी भर दी और सभी लोग वैक्सीन लगवा लिया। लगातार टीकाकरण केन्द्र कुआकोंडा में कोविड-19 वैक्सीनेशन सत्र आयोजित किये गए। सभी के प्रयासों से प्रथम दिन से ही सफलता मिलने लगी। पहले ही दिन 125 व्यक्ति जो 18 वर्ष से ऊपर के थे, उन्होंने उत्साहपूर्वक टीकाकरण कराया। ग्राम पंचायत रेंगानार के 310 व्यक्ति में से पात्र 294 व्यक्तियों का टीकाकरण कराया गया जो 18 वर्ष से ऊपर के हैं। ग्राम पंचायत रेंगानार में दिव्यांगजनों ने भी इसमें बढ़-चढकर हिस्सा लिया और ग्राम पंचायत रेंगानार के दिव्यांगजनों ने कोरोना महामारी से बचाव का टीका लगवाया और सभी को टीकाकरण करवाने का संदेश भी दिया। गत-दिवस जब जिला स्तरीय टीम ग्राम पंचायत रेंगानार का टीकाकरण का निरीक्षण और सत्यापन करने पहुंची तो उन्हें जानकारी प्राप्त हुई कि गंभीर बीमारियों से पीडि़त कुछ व्यक्ति टीकाकरण करवाने में असमर्थता दिखा रहे हैं तो तत्काल जिला स्तरीय टीम ने घर-घर जाकर उनको समझाइश देकर उनका भी टीकाकरण कराया।
दंतेवाड़ा के जिला कलेक्टर श्री दीपक सोनी ने कहा कि हर पंचायत में कोरोना जागरूकता टीम बनाई गई है. उन्होंने कहा, ये टीमें परीक्षण और टीकाकरण के मुद्दों पर लगातार नजर रखती हैं। लोगों को परामर्श के माध्यम से प्रेरित किया जाता है। जिसका नतीजा यह रहा कि रेंगानार के 18 वर्ष और 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के लिए टीकाकरण की खुराक 100 प्रतिशत पूरी हो चुकी है।
✒️📝 राहुल सेन ,बस्तर संभाग ब्योरो प्रमुख
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