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▪️हमें निगम से अलग करिए मुख्यमंत्री जी- विमल चौधरी

हमें निगम से अलग करिए मुख्यमंत्री जी- विमल चौधरी

रायगढ़: वर्षों से रायगढ़ दो भागों में बांटा हुआ है, इसे दूसरे शब्दों में हम यूं भी कह सकते हैं की एक तरफ सगा रायगढ़ और दूसरी तरफ सौतेला रायगढ़ स्थित है। सगे रायगढ़ की श्रेणी में रेलवे लाइन के उस तरफ, जिसमें गांधी गंज, शक्ति गुड्डी चौक और उधर के समस्त क्षेत्र आते है, और सौतेला रायगढ़ स्वाभाविक तौर पर रेलवे लाइन के दूसरी तरफ का इलाका आता है, और दूसरी तरफ के इलाके में जुट मिल जाने के लिए तो ओवर ब्रिज वह भी शहर के विकास के नाम पर बन गया, भले ही उस ब्रिज में कुछ दिन बाद से ही भ्रष्टाचार की बू आने लगी और ब्रिज भी रायगढ़ के सड़कों की तरह कई जगह से टूटा हुआ है। लेकिन चलिए जुट मिल तरफ जाने वाला रास्ता तो एक मिला। किंतु बाकी इलाके में आने के लिए एकमात्र रेलवे का नाला जिसे हम गधरी पुलिया के नाम से जानते हैं उसमें भी आए दिन दुर्घटना के चलते रेलवे ने नोटिस लगाते हुए आम जनों के लिए उसे बंद कर दिया है। क्या हमारे क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जहां दो सांसद और एक मंत्री और सौभाग्य से मुख्यमंत्री भी 20 सालों तक रायगढ़ लोकसभा के सांसद रह चुके हैं। ऐसे कर्णधारों के होते हुए भी चुनाव के अतिरिक्त ना कभी दौरा किया गया और ना ही इस सौतेले इलाके की तरफ मुड़कर देखने का प्रयास किया गया।

मेरा माननीय लोगों से यह सवाल है कि अब जबकि गधरी पुलिया भी बंद कर दिया गया है, इस क्षेत्र के लोग रायगढ़ की और कैसे जाएंगे ? इस बात का जवाब वह हमारे इलाके में तो आकर नहीं दे सकते अखबारों के माध्यम से ही दे दें तो बहुत बड़ी कृपा होगी। बरसों से इस इलाके के लोगों के द्वारा यह मांग की जा रही है कि रेलवे इंस्टिट्यूट के पास से रेलवे लाइन की दूसरी तरफ एक फ्लाईओवर ब्रिज बना दिया जाए जिससे क्षेत्र के लोगों को आने-जाने की सुविधा हो जाएगी और निश्चित तौर पर उस क्षेत्र का विकास भी होगा। किंतु भगवान ही जाने की इस क्षेत्र से जनप्रतिनिधियों को क्या दुश्मनी है की सुनने या समझने का नाम ही नहीं लेते। और अगर उन्हें समझ में नहीं आती है तो जहां लोग अपने गांव को नगर पालिका या नगर निगम में शामिल करने की अपील करते हैं, हम क्षेत्रवासी माननीयों से अपील करना चाहते हैं कि हमें विशुद्ध ग्रामीण इलाका घोषित कर दिया जाय।

पहले हम कहा करते थे कि केंद्र में हमारी सरकार है तो राज्य में नहीं है या राज्य में हमारी सरकार है तो केंद्र में हमारी सरकार नहीं है । किंतु वर्तमान समय में केंद्र में भी हमारी सरकार है राज्य में भी हमारी सरकार है और इत्तेफाक से चार-चार देश के प्रतिष्ठित कर्णधार इसी इलाके से आते हैं। इसके बावजूद भी यदि इस समय में *रेलवे इंस्टिट्यूट के पास से लाइन के दूसरी तरफ तक का फ्लाईओवर* नहीं बनता है तो फिर इसकी उम्मीद इस क्षेत्र के रहवासी जीवन में कभी नहीं कर सकते। क्योंकि कोई भी बहाना उनके पास नहीं है, कमी है तो बस इच्छा शक्ति की और सगे की तरह व्यवहार करने की।

यदि नियत साफ हो तो एक राज्यसभा सांसद और एक लोकसभा सांसद दिल्ली में रेल मंत्री और प्रधानमंत्री के पास हमारी आवाज को अपनी आवाज देकर प्रस्ताव रख सकते हैं, और राज्य में वित्त मंत्री और मुख्यमंत्री यहां से प्रस्ताव पास कर रेल मंत्रालय को भेज सकते हैं। और दोनों अपने-अपने हिस्से के कार्यों का निर्धारण कर *रेलवे इंस्टिट्यूट के पास से रेलवे लाइन की दूसरी तरफ* निश्चित ही फ्लाईओवर बनवा सकते हैं।

हम क्षेत्रवासी इन चारों महानुभावों से यही अपील करना चाहते हैं की कुछ कार्य निस्वार्थ भाव से भी करने चाहिए। जन लोक कल्याणकारी कार्य भी करने चाहिए, और इसे आप सभी अपने नेतृत्व में पूरा करने का कष्ट करें जिसके लिए क्षेत्रवासी हमेशा आपके कृतज्ञ रहेंगे।

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