Raigarh : यात्री प्रतीक्षालय और ठेले को उड़ाने के बाद बेकाबू ट्रेलर ने वृद्ध को कुचला, बुजुर्ग की मौत से बौराए लोगों ने किया चक्काजाम
जिला और पुलिस प्रशासन ने सुलटाया हंगामा
रायगढ़। कोयला लेने जा रहे ट्रेलर चालक ने यात्री प्रतीक्षालय और ठेले को उड़ाते हुए सामान लेने निकले एक वृद्ध को अपनी गिरफ्त में लेते हुए उसकी जिंदगी छीन ली। हादसे से बौखलाए लोगों ने मुआवजा राशि और दुर्घटना रोकने की मांग करते हुए चक्काजाम कर दिया। जिला और पुलिस प्रशासन ने मृतक की आश्रित बीवी को 25 हजार की तात्कालिक आर्थिक मदद करते हुए वहां स्टॉपर लगाए जाने की पहल की, तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ। वहीं, पुलिस ने आरोपी चालक को ट्रेलर सहित अपने शिकंजे में कस लिया है। यह घटना तमनार थाना क्षेत्र की है ।
इस संबंध में मिली जानकारी के मुताबिक तमनार से तकरीबन 12 किलोमीटर दूर हमीरपुर की बस्ती में रहने वाला श्रद्धाकर निषाद (70 वर्ष) गुरुवार दोपहर लगभग 3 बजे अपनी पत्नी को घर मे काम करते देख सामान लेने के लिए घर से पैदल निकला था। वहीं, अग्रवाल ट्रांसपोर्ट
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की ट्रेलर (क्रमांक सीजी 13 एटी 2784) का चालक कोयला लेने जाने के दौरान हमीरपुर चौक पहुंचा था तभी मुख्य मार्ग में पुरानी गाड़ी को खड़ी देख वह किनारे से होते हुए आगे निकल रहा था। इस दौरान मिट्टी के ढेर को सामने देख वह हड़बड़ा गया और गाड़ी से नियंत्रण खो बैठा।
फिर क्या, बेलगाम ट्रेलर सडक़ किनारे यात्री प्रतीक्षालय और उससे लगे एक ठेले को भी ध्वस्त करते हुए आगे गई और पैदल चल रहे श्रद्धाकर निषाद को भी ठोक दिया। गनीमत रही कि यात्री प्रतीक्षालय उस समय खाली थी तो कोई बड़ी घटना नहीं हो सकी। वहीं, तेज आवाज के साथ यात्री प्रतीक्षालय और ठेले के टूटने के बाद ट्रेलर की चपेट में आए बुजुर्ग की चीख चीत्कार से आसपास के लोगों के होश उड़ गए।
चूंकि, ट्रेलर के नीचे जख्मी हालत में पड़ा बुजुर्ग सहमा हुआ था, इसलिए लोगों ने सावधानी से उसे बाहर निकालते हुए 112 नंबर डायल कर मदद की मांग की। हमीरपुर चौक में हादसे की भनक लगते ही हरकत में आए थाना प्रभारी प्रवीण मिंज अपने मातहत कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और एम्बुलेंस से घायल श्रद्धाकर को नजदीकी अस्पताल भेजा, तब तक उसकी सांसों की लडिय़ां टूटकर बिखर चुकी थी। यही वजह रही कि रोड एक्सीडेंट में बेगुनाह की मौत से गुस्साए लोगों ने चक्काजाम कर दिया। प्रदर्शनकारी मुआवजा राशि और सडक़ दुर्घटना रोकने के लिए उपाय की मांग पर अड़े थे, इसलिए एसडीओपी दीपक मिश्रा और तहसीलदार लीलाधर चंद्रा को मोर्चा सम्हालने जाना पड़ा।
लोगों का कहना था कि अपनी दो बेटियों की शादी के बाद श्रद्धाकर अपनी पत्नी के संग ही रहता था। ऐसे में वृद्ध के चले जाने से उसकी बीवी का कोई आसरा नहीं होने पर उसे वाजिब आर्थिक सहायता मिले। साथ ही हमीरपुर चौक में हादसों को कम करने के उपाय भी किए जाएं। काफी आरोप-प्रत्यारोप के बाद तहसीलदार चंद्रा ने जब मृतक की शोकाकुल बीवी को तात्कालिक सहायता के तौर पर शासन द्वारा 25 हजार रुपए तथा अग्रवाल ट्रांसपोर्टर से भी यथासंभव राशि दिलाने का आश्वासन दिया। इसी तरह एसडीओपी मिश्रा ने टीआई मिंज को हमीरपुर में जगह चिन्हित कर स्टॉपर लगवाने का फरमान जारी किया तो लोगों ने चक्काजाम समाप्त कर दिया। बहरहाल, तमनार पुलिस ने आरोपी चालक को धारा 304 ए के तहत हिरासत में लेते हुए ट्रेलर को भी जब्त किया है।
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